seep ka sapna
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Sunday, September 20, 2009
चेहरा
धुंध के पार
देखता हूँ
कोई चेहरा
अब ख़ुद धुंध में हूँ
तब दीखता है
वो तुम हो
देखती मुझमें
कोई चेहरा ///
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