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Monday, September 21, 2009

बच्चे और माँ

माँ थी उनकी वहां पर

जहाँ वो गए हैं एक दूजे से मिलने

समज नही आता

वे ख़ुद एक दूजे से मिलते है

या हर एक में

खोयी हुइ

माँ के हिस्सों को जोड़

अपनी माँ से मिलते है

जो भी हो

वो मिलते है प्यार से

जो जरुरी होता है

मिलने के लिए

माँ से //

1 comment:

  1. bahut hi sunder aur sachchi baat kahi aapne.....

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