चुप रहना आसान कहाँ
बोलकर अपना मत देना ही पड़ता है
चाहे फ़िर हो विवाद
किसी पक्ष में खड़ा होना पड़ता है
समाज के अपने उसूल है
समाज में रह कर
या त्तो गुरु
या फ़िर शिष्य बनना ही पड़ता है
अगर न बनो कुछ
तो फ़िर
ढूंढ लो अपना शमशान
जहा जला आओगे खुदको
सहारे के बिना किसी के
घर तुम्हारा
अपने आप चुप हो जाएगा रोते रोते
अभी से करलो तयारी
समय नज़दीक है ....//
अभी से करलो तयारी
ReplyDeleteसमय नज़दीक है ....
बहुत अच्छा लिखा है आपने.. बधाई
http://dunalee.blogspot.com/
gahan abhivyakti
ReplyDeleteachha sach likha hai
ReplyDeleteabhar