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Tuesday, December 1, 2009

मीठे है आम

कब आम पक  गए
कब उन्होंने तोड़ लिए
पत्ता ही नहीं चला
अपने  लगाये  पेड़ का
एक आम भी नहीं खाया अब तक
मगर ख़ुशी है कि  आम आये, लोगो ने खाए
और खाकर कहा
मीठे है आम
ये ख़ुशी मुझे शायद आम खाने से नहीं मिलती
बस इतनी सी बात कहनी थी
बेटा ---
मुझे पता है तुम समझ  जाओगे .//..........राकेश

3 comments:

  1. पर ये मानसिकता अब कहां ??

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  2. shukria,
    paropkar ki bhawana se labrez hain aapke meethe aam.

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  3. बहुत गहरी बात!

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