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Monday, June 20, 2011

बीता हुआ समय .

कल को भूलना पड़ता है 
याद रखते हुए 
आज को याद नहीं करना पड़ता 
कुछ करना होता है हमेशा आज 
आज कुछ करने के लिए 
कल  ने देखे थे सपने 
 आने वाला कल 
 पीछे छुट गए कल और आज 
की गुनगुनाहट है 
कल बरसात है 
कल बहती नदिया है 
उडती ,चहचहाती  चिड़िया है 
कल है 
हरा  भरा बाग़ 
जिसमे महकता है 
बीता  हुआ समय .....

4 comments:

  1. कल है

    हरा भरा बाग़

    जिसमे महकता है

    बीता हुआ समय .....

    बहुत सुंदर- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com

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  2. जिसमे महकता है
    बीता हुआ समय .....bhaut hi sundar...

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  3. सुन्दर प्रस्तुति....
    सादर....

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