seep ka sapna
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Wednesday, September 9, 2009
दोस्त
उनसे बात शुरू होती है
नेट में समस्या आ जाती है
दूर में करता हूँ इंतज़ार
वो भी गुस्सा होती है
जब कभी नेट आ जाता है ढंग से
त्तो मेह्मंनो की घर में भीड़ होती है
बरसू से वो मेरी दोस्तों की सूचि में है
बात हमारी यो होती है //
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