प्रेम
हमेशा
ठंडी हवा की तरह
सुकून देता
हौले से स्पर्श कर
लौटता है
फिर आने के लिए
आश्वस्त करते हुए कि
कोई है
हमारा भी
इतनी बढ़ती हुई
दुनिया में .....
हमेशा
ठंडी हवा की तरह
सुकून देता
हौले से स्पर्श कर
लौटता है
फिर आने के लिए
आश्वस्त करते हुए कि
कोई है
हमारा भी
इतनी बढ़ती हुई
दुनिया में .....
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