धूप में खिल रहा ये हरा
और और हरा होगा
सघन होगा ये वन
छाया होगी
छन कर आती धूप में
हैरान बच्चे के मन
माँ हमेशा
हरियाली होगी .........राकेश मूथा
और और हरा होगा
सघन होगा ये वन
छाया होगी
छन कर आती धूप में
हैरान बच्चे के मन
माँ हमेशा
हरियाली होगी .........राकेश मूथा
No comments:
Post a Comment