वो कौन है ,जिसके आने पर आँगन आँगन होली होती है
रंग सारे दुबक जाते है ,तू उसे देख जब लाल होती है //
फल्गुनिया महक फैलती है ,जिस्म बिखेरता है कैसी गंध
गौरी तू कमाल करती है ,दुनिया तेरे रंग बेहाल होती है //
साजन रंग भीग भीग ,जीवन में कैसे कैसे रंग भरती है
ऋतुएँ फिर सारी इन,रंगों में रंगी धरती को हरा करती है //
जो भी हो तुम, रहो गौरी संग ,बजते रहे प्यार के रोज चंग
प्यार ही प्यार फैले और इतना फैले कि आतंक हो रहे दंग //
जीवन में प्रति पल रंग रहे , कृष्ण की बांसुरी बजती रहे
गौरी के संग हम रहें ,रास रहे ,फाल्गुन की ये मस्ती रहे //
आते रहो तुम ,मिलती रहूँ मैं तुम्हे ,प्रेम प्यास बढती रहे
दुनिया सारी झूम झूम ,प्रेम गीत गाती, नाचती होती रहे //
Bahut sundar faguni rachana ke liye dhanywaad!
ReplyDeleteholi ki shubhkaamanaae!!
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
रंग बिरंगे त्यौहार होली की रंगारंग शुभकामनाए
ReplyDeleteप्यार ही प्यार फैले और इतना फैले कि आतंक हो रहे दंग
ReplyDeleteBahut sunder vichar.....
Happy holi .
हो न फिर फसाद , मजहब के नाम पर
ReplyDeleteकेसर में हरा रंग मिले ,इस बार होली में !
बहुत सुन्दर सन्देश दिया है। आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteहोली की बहुत-बहुत शुभकामनायें.
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